Safar Yadon Ka Podcast

Safar Yadon Ka

Sushil Bharti
Please support the podcast: https://amzn.to/2DpbiLL Sushil Bharti is a short story writer, storyteller, director Broadcasting in Radio Noida. He is a prolific film screen writer, speaker and mentor. SAFAR YADON KA is a platform where one can find stories of relationship, life, love and hate. This podcast is supported by Radio Noida 107.4fm community Radio. Send your stories on [email protected]. Support this podcast: https://anchor.fm/aap https://anchor.fm/sushil-bharti08/support
कफन रीमिक्स- पंकज मित्र (Epi-81)
दूर दराज ग्रामीण भारत में आज भी व्यवस्था दशकों बाद भी जैसे वहीं रुकी हुई है। ऐसा लगता है हालात और स्थितियां वही है बस चरित्र बदल गए हैं। क्या कभी इस भ्रष्ट व्यवस्था से समाज को छुटकारा मिल पाएगा? कब तक दशकों पहले के समाज की मानसिकता की पुनरावृति होती रहेगी?
Nov 24, 2020
22 min
कब्र का मुनाफा - तेजेंद्र शर्मा (Epi- 80)
वतन के उस पार की एक दुनिया। जीवन भर स्टेटस और ऊंचा मकाम हासिल करने की ख्वाहिश। इस बीच ज़िन्दगी कहीं हाथ से फिसली जाती है। पैसा कमाने की लत और रास्ते फिर उन्हें एक ढर्रे पर डालना चाहते हैं और पैसा कमाने हसरतें सर उठाती है। लेकिन इसके आगे क्या?
Nov 18, 2020
30 min
बावड़ी - कविता - (Epi- 79)
स्वयं से बेटी तक के सफर में कुछ डर और आशंकाएं। रिश्तों पर अविश्वास। पल प्रतिपल संदेहों को टटोलती और स्मृतियां में डूबती उतराती एक संवेदशील कहानी।
Nov 13, 2020
39 min
दादी मुल्तान और टच एंड गो-तरुण भटनागर-भाग-2(Epi-78)
विभाजन की त्रासदी और दादी के मन में बसा मुल्तान शहर, मनुष्य के द्वारा खीची गई दो देशों के बीच लकीरों को नकारती हैं। दादी के पास कहने के लिए बहुत कुछ नहीं था। पर उसके पास मुल्तान की बातें थी। वह मुल्तान के साथ रही इच्छा ये की उसके बाद भी मुल्तान किसी के मन में ज़िंदा रहे।
Nov 8, 2020
23 min
दादी मुल्तान और टच एंड गो- तरुण भटनागर - भाग-1(Epi-77)
इस दुनिया में सिर्फ औरत को ही अपना घर छोड़ना पड़ता है। जानवरों के पास भी यह हक है कि वे अपने इलाके को नहीं छोड़ते। दादी के मन में भी एक शहर बसता है। जाने क्या है यह रिश्ता।
Nov 8, 2020
24 min
खिला है ज्यों बिजली का फूल-भाग-2-राकेश बिहारी (Epi- 76)
सम्बन्धों में सम्मान और प्रेम की कमी एक अजीब खालीपन पैदा करती है। संबंध वक्त के मोहताज नहीं, वे अपना रास्ता बना ही लेते है जहां उन्हें अपने लिए उर्वरा ज़मीन मिलती है। इंसान को जहां प्रेम और सम्मान मिलता है फिर भले ही आप लाख सामाजिक व्यवहार और संस्कार की बात क्यों ना करें।
Nov 4, 2020
25 min
खिला है ज्यों बिजली का फूल- भाग -1 -राकेश बिहारी (Epi- 75)
वैवाहिक जीवन और प्रेम दो अलग धरातल हैं। साथ रहकर भी क्या साथ रहते हैं लोग? क्या है जो ढूंढते हैं अपने मन का, जहां खोल दे मन के द्वार और जी लें थोड़ा सा जीवन, आज के लिए। वर्तमान संबंधों में नए अर्थ ढूंढती एक एक बेहरीन कहानी।
Nov 3, 2020
26 min
बि. प्रा. से. - सुशील भारती (Epi- 74)
जीवन में कुछ चरित्र अजीब होते हैं। ऐसे ही एक चरित्र हैं मोहन झा। देखें कौन है मोहन झा और क्या है उनका चरित्र।
Oct 31, 2020
20 min
बंद कोठरी का दरवाज़ा - रश्मि शर्मा (Epi-73) भाग - 2
स्त्री पुरुष संबंधों के दायरों के इतर एक तबका है, जिसे अपनी पहचान, अपनी प्रवृति, और प्रेम को छुपाना पड़ता है। अब कानून में बदलाव से थोड़ी राहत मिली है लेकिन क्या समाज से भी?
Oct 28, 2020
29 min
बंद कोठरी का दरवाजा - रश्मि शर्मा (Epi-72) भाग-1
भारतीय समाज में आज भी स्त्री पुरुष संबंधों को ही मान्यता है। इसके इतर संबंधों की बात सोच पाना या जीवन में उसे सहजता से ले पाना आज भी एक बड़ी चुनौती है। लेकिन सच पे पर्दा कब तक?
Oct 27, 2020
28 min
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