नवयुग सृजन (Navyug Srijan) Podcast

नवयुग सृजन (Navyug Srijan)

Navyug srijan
पढ़ने-पढ़ाने का सिलसिला लगभग खत्म हो गया है। अब हर जरूरत के लिए " गूगल पंडित" मौजूद है। शिक्षाप्रद साहित्य का स्थान मनोरंजक साहित्य ने ले लिया है। युवा ही क्यों ? हम सब भी कहीं न कहीं हल्के-फुल्के मनोरंजन की तलाश में रहने लगे हैं। स्तरीय पत्र-पत्रिकाओं की प्रसार संख्या तेजी से घट रही है। रही-सही कसर हर हाथ में उपलब्ध मोबाइल, कम्प्यूटर से दुनिया मुट्ठी में आ गई है। इस मुट्ठी में क्या "बंद" हो रहा है, यह बताने की किसी को भी जरूरत नहीं है।यही विचार करते हुवे हमने रेडिओ चैनल का प्रसारण शुरू किया है।
आत्म सम्मान (atm samman)
आवाज :- कृष्णा सिन्हा जी, रचयिता:-हरप्रीत कौर जी --- Send in a voice message: https://podcasters.spotify.com/pod/show/navyugsrijan/message
May 19, 2021
3 min
Tum kahte ho mai geet likhun
Voice - Krishna Singa Lyrics - Vijay kalyani tiwari ji --- Send in a voice message: https://podcasters.spotify.com/pod/show/navyugsrijan/message
May 15, 2021
3 min
तुम वही हो न ! (Tum wahi ho n)
स्वर:- कृष्णा सिन्हा "इतु", रचयिता: श्री सौरव झा जी --- Send in a voice message: https://podcasters.spotify.com/pod/show/navyugsrijan/message
May 14, 2021
8 min
जुबां-ए-शायरी
नवयुग नवयुग --- Send in a voice message: https://podcasters.spotify.com/pod/show/navyugsrijan/message
May 4, 2021
23 sec